सब कुछ यीशु है,
मेरा सब कुछ यीशु है (2)
इस दुनिया में मेरे लिए,
सब कुछ यीशु है (2)
1 दुःख मुसीबत के वक्त में,
तसल्ली वह देता है (2)
उसके पंखों के नीचे मैं
सुरक्षित रहता हूं (2)
2 मरुभूमि जगह में,
मन्ना मुझको देता है (2)
मारा के पानी को मुझको,
मीठा करके देता है (2)
3 पाप की क्षमा देता है,
रोग से मुक्ति देता है (2)
प्राणों को बचाता है,
वह उत्तम चीजें देता है (2)
4 जीवन की रोटी वह है,
जीवन का पानी वह है (2)
जो उसमें से खाता-पीता,
उन्नत जीवन पाता है (2)
5 माता-पिता, भाई-बहनों,
बन्धु-मित्र सब जनें (2)
मेरी खुशी मेरा बल और
मेरा सब कुछ यीशु है(2)
Sab kuch yeshu hei,
Mera Sab kuch yeshu hei
Is duniya mem mere liye,
Sab kuch yeshu hei
1 Dukh musibath ke vakth mem,
Thassalli vah detha hei (2)
Uske pankom ke neeche
MemSurakshith rahtha hum (2)
2 Marubhumi jagah mem,
Manna mujko detha hei (2)
Mara ke pani ko mujko,
Meeta karke detha hei (2)
3 Pap ki kshama detha hei,
Rog Se mukthi detha hei
Pranom ko bachatha hei, voh
Uttham cheesem detha hei
4.Jeevan ki roti voh hei,
Jeevan ka paani voh hei
Jo usmem se khatha-pitha,
Unnath jeevan patha hei
5 Matha-pitha, bhai-bahanom
Bandu-mithr sab janem (2)
Meri kushi mera bal aur mera
Sab kuch yeshu hei (2)